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रतन ने खुलासा करके ही कहा। सब बातें सुनकर मेरे मन में क्या हुआ, सो बताना कठिन है। सिर्फ इतना याद है कि उसकी निष्ठुर कदर्यता और असीम वीभत्सता के भार ...